आओ सखी आओ आई है मेहंदी वाली रात बनडी. के मेहंदी लगाओ आज लाल चुनड़ी मेंहदी रचाई ढौला थारे नाम की मेंहदी राची गौरी के हाथ ढौला मेंहदी पिया मन भावनी